हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित हदीस "नहजुल बलाग़ा" पुस्तक से ली गई है। इस हदीस का पाठ इस प्रकार है:
قال امیرالمؤمنين عليه السلام:
مِن كَفّاراتِ الذُّنوبِ العِظامِ إغاثَةُ المَلهوفِ وَ التَّنفيسُ عنِ المَكروبِ
अमीरुल मोमेनीन इमाम अली (अ) ने फ़रमाया:
गुनाहाने कबीरा के कफ़्फ़ारे में से उत्पीड़ितों की पुकार सुनना और संकटग्रस्त लोगों को खुश करना।
नहजुल बलाग़ा, हिकमत 24
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